Diwali 2025 पर लक्ष्मी पूजन कैसे करें? Step-by-Step Guide | Lakshmi Pujan Vidhi & Muhurat

दीपावली, या दिवाली, भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार न केवल रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, बल्कि माँ लक्ष्मी के स्वागत और समृद्धि के आशीर्वाद का भी पर्व है। Diwali 2025 Lakshmi Pujan पूरे भारत में विशेष श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन माँ लक्ष्मी घर-घर में आती हैं और अपने भक्तों को धन, वैभव और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।

Diwali 2025 पर लक्ष्मी पूजन कैसे करें? Step-by-Step Guide | Lakshmi Pujan Vidhi & Muhurat
Diwali 2025 पर लक्ष्मी पूजन कैसे करें? Step-by-Step Guide | Lakshmi Pujan Vidhi & Muhurat

इस लेख में हम आपको Diwali 2025 पर लक्ष्मी पूजन करने का संपूर्ण तरीका, सही Puja Muhurat, आवश्यक सामग्री, मंत्र, और महत्वपूर्ण सावधानियां Step-by-Step बताएंगे, ताकि आपका पूजन विधिवत और शुभ हो।

लक्ष्मी पूजन का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व

माँ लक्ष्मी को हिंदू धर्म में धन, वैभव और सौभाग्य की देवी माना जाता है। दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय माँ लक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुईं और इसी दिन भगवान विष्णु से उनका विवाह हुआ। इसी कारण Lakshmi Mata Pooja दिवाली की रात को की जाती है।

इसके अलावा, यह दिन भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में दीप जलाने की परंपरा का भी प्रतीक है। तब से हर वर्ष कार्तिक अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है और लक्ष्मी पूजन किया जाता है।

Diwali 2025 लक्ष्मी पूजन मुहूर्त

Diwali 2025 Date: सोमवार, 20 अक्टूबर 2025

पूजा का प्रकार समय
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 06:52 बजे से 08:14 बजे तक
प्रदोष काल शाम 05:55 बजे से 08:25 बजे तक
निशिता काल पूजा रात 11:40 बजे से 12:31 बजे तक
अमावस्या तिथि आरंभ 20 अक्टूबर 2025, 02:15 AM
अमावस्या तिथि समाप्त 21 अक्टूबर 2025, 04:40 AM

नोट: मुहूर्त स्थानानुसार बदल सकता है, इसलिए अपने शहर के अनुसार सही समय जरूर देखें।

लक्ष्मी पूजन के लिए आवश्यक सामग्री

  • माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा या फोटो
  • लाल और पीला कपड़ा
  • अक्षत (चावल)
  • हल्दी, कुमकुम, रोली
  • फूल (गेंदे, कमल, गुलाब)
  • दीपक और घी/तेल
  • धूपबत्ती
  • मिठाई (खासकर बूंदी के लड्डू या खीर)
  • सिक्के और नोट
  • पंचमेवा और सूखे मेवे
  • कलश और नारियल
  • साफ पानी और गंगाजल

Diwali 2025 पर लक्ष्मी पूजन कैसे करें? Step-by-Step Guide

Step 1: घर की सफाई और सजावट

  • दिवाली से पहले पूरे घर की अच्छे से सफाई करें।
  • घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और तोरण (आम या अशोक के पत्तों का) लगाएं।
  • दरवाजे और खिड़कियों पर दीपक जलाएं, क्योंकि मान्यता है कि रोशनी से माँ लक्ष्मी का स्वागत होता है।

Step 2: पूजा स्थल की तैयारी

  • घर में एक स्वच्छ और शांत स्थान चुनें।
  • वहाँ लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
  • प्रतिमा के सामने दीपक रखें।

Step 3: गणेश पूजन

  • सबसे पहले भगवान गणेश का पूजन करें, क्योंकि वे विघ्नहर्ता हैं।
  • ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें।

Step 4: लक्ष्मी पूजन विधि

  1. माँ लक्ष्मी को फूल, धूप और दीप अर्पित करें।
  2. माँ को अक्षत, कुमकुम और हल्दी चढ़ाएं।
  3. मिठाई, फल और सूखे मेवे का भोग लगाएं।
  4. सिक्के और नोट माँ के चरणों में रखें।
  5. लक्ष्मी मंत्र का जाप करें:

ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः॥

  1. 11 बार मंत्र का जाप कर माँ का ध्यान करें।

Step 5: कुबेर पूजन

  • लक्ष्मी पूजन के बाद भगवान कुबेर का पूजन भी करें।
  • धन की तिजोरी या कैश बॉक्स पर हल्दी और कुमकुम लगाकर दीपक जलाएं।

Step 6: दीप जलाना

  • घर के हर कोने में दीपक जलाएं, विशेषकर दक्षिण दिशा में।
  • एक अखंड दीप जलाकर पूरी रात रखें।

लक्ष्मी पूजन के दौरान क्या करें और क्या न करें

क्या करें

  • मुहूर्त के अनुसार ही पूजन करें।
  • साफ-सुथरे और नए कपड़े पहनें।
  • सकारात्मक माहौल बनाए रखें।

क्या न करें

  • अमावस्या की रात झगड़ा या नकारात्मक बातें न करें।
  • कचरा घर में न रखें।
  • दीपक बुझने न दें।

लक्ष्मी पूजन के विशेष मंत्र और श्लोक

श्री सूक्तम् (संक्षिप्त):

ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम्।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह॥

लक्ष्मी पूजन के लाभ

  • आर्थिक समृद्धि में वृद्धि
  • व्यवसाय और करियर में सफलता
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास
  • मानसिक शांति और सुख-समृद्धि

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Diwali 2025 में लक्ष्मी पूजन का सही समय क्या है?

Diwali 2025 में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर 2025 को शाम 06:52 से 08:14 बजे तक है।

लक्ष्मी पूजन के लिए किन चीजों की आवश्यकता होती है?

माँ लक्ष्मी और गणेश प्रतिमा, लाल कपड़ा, अक्षत, हल्दी, फूल, दीपक, मिठाई, सिक्के, गंगाजल, कलश और नारियल आवश्यक हैं।

क्या लक्ष्मी पूजन के बिना दीपावली अधूरी है?

हाँ, लक्ष्मी पूजन दीपावली का मुख्य अनुष्ठान है जो समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है।

लक्ष्मी पूजन के दौरान कौन-से मंत्र का जाप करना चाहिए?

“ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 11 बार जाप करना शुभ माना जाता है।

क्या लक्ष्मी पूजन में कुबेर पूजन भी करना चाहिए?

जी हाँ, लक्ष्मी पूजन के साथ कुबेर पूजन करने से धन और संपत्ति में वृद्धि होती है।

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